एक बेजान नवजात बच्चे के बगल में बैठी माँ की दिल दहला देने वाली तस्वीर इंटरनेट पर शेयर की गई है। दावा किया जा रहा है कि कोरोना संकट के समय में इस गर्भवती महिला को एंबुलेंस नहीं मिली, जिसके कारण इसे सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा जिसके कारण बच्चे की मृत्यु हो गयी I
तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है: ‘मौजूद सरकार के प्रबंधन , फेल कोरोना पॉलिसी और बिहार चुनाव की तैयारी के मध्य किसका , कितना नुकसान हुआ और कौन कितने फायदे में है ?? इसे कितना भी बहस का मुद्दा बना लीजिए। गाय के लिए संवेदनशीलता दिखाइए , गर्भिणी हथिनी के लिए आँसू बहाइये या फ़तवे और हिन्दू-मुस्लिम मुद्दे उखाड़ कर चिल्ला-चिल्ला कर देशभक्ति के दावे कीजिये। बेशक़ हिन्दू राष्ट्र बना लीजिये.
पर इस तरह की तस्वीरों से आप अपना ज़ामीर कैसे बचाएंगे। जब एम्बुलेंस जैसी अति आवश्यक सुविधा के आभाव में सडक़ पर बच्चा जन्म लेता है और गिर कर मर जाता है। अभी की ताजा घटना है आदिवासी परिवार की।बच्चे की नाल तक नहीं कटी है और मृत बच्चा सड़क पर पड़ा हुआ है। अपने परिवार के बच्चों की कल्पना कीजिये और उसके बाद भी यदि आपका ज़मीर नही जागता तो मान लीजिए ….वो सड़क पर बैठी दुर्भाग्यशाली महिला आपकी माँ हैं और जो सड़क पर मृत पड़ा है वो आप हैं…अफ़सोस आप मर चुके हैं …मैं शर्मिंदा हूँ 😓 माँ🙏 जय माँ भारती‘.
यह तस्वीर ऐसे समय पर आयी है जब देश प्रवासी संकट का सामना कर रहा है जिससे यह प्रतीत होता है कि तस्वीर कोरोनोवायरस महामारी के कारण भारत में चल रहे संकट को दर्शाती है।
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन I
फैक्ट चेक
NewsMobile ने तस्वीर की जांच की और पाया कि यह दावा गलत है।
तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च के माध्यम से डालने पर, हमने 5 अगस्त, 2017 को Khabar NDTV पर प्रकाशित एक रिपोर्ट को पाया । रिपोर्ट की हेडलाइन थी ‘हिदुस्तान की ऐसी तस्विर जिसे आप नहीं देख सकते हैं …’ ।
रिपोर्ट के अनुसार, घटना मध्य प्रदेश में कटनी की है I बीना बाई को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल पहुंचाने के लिए पति रामलाल कई घंटे एंबुलेंस का इंतजार करते रहे, लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली जिसके कारण उन्हें ऑटो में ही बैठा कर अस्पताल जाया गया I लेकिन रास्ते में ऑटो खराब हो गया | इसके बाद अस्पताल पहुंचने की जद्दोजहद में बीना ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया, लेकिन जन्म के दौरान बच्चा सड़क पर गिर गया और उसकी मौत हो गई I
1 अगस्त 2017 को News18 द्वारा इस घटना को कवर किया गया था।
इस घटना को विभिन्न मीडिया हाउसों ने कवर किया था। रिपोर्ट यहाँ पढ़ें।
हमारी जांच यह साबित करती है कि तस्वीर पुरानी है और भारत में COVID-19 के कारण चल रहे प्रवासी संकट से संबंधित नहीं है।
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