आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने हाल ही में कुछ ट्वीट्स साझा किये है जिसमें ये लिखा गया है कि भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद दलित पृष्ठभूमि से आते है इसीलिए उन्हें राम मंदिर के भूमि पूजन में आमंत्रित नहीं किया गया था।
भाजपा की पूरी फ़ौज़ मुझसे नाराज़ है मैंने तो सिर्फ इतना पूछा महामहिम राष्ट्रपति जी को भूमि पूजन में क्यो नही बुलाया? भाजपा के मन में चोर था, प्रसाद दलित को भेजने की नौटंकी क्यो?प्रसाद भेजने का ड्रामा लेकिन मंदिर प्रवेश पर रोक।
"Anti Dalit BJP" pic.twitter.com/g2j25i2ytG— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) August 8, 2020
उन्होंने दावा किया कि बीजेपी दलित लोगों को मंदिरों से दूर रखना चाहती है।
उनके ट्वीट को 6,000 रीट्वीट और कई टिप्पणियां मिलीं और 21,000+ लाइक्स भी मिले। सिंह के ट्वीट के बाद, फेसबुक और ट्विटर पर कई उपयोगकर्ताओं ने भी इसी तरह की जानकारी पोस्ट की।
Why President Kovind was not invited?
Yes
Because
Anti dalit Bjp 🕸️🕸️🕸️ pic.twitter.com/CPaSqny7rC— Syed Arsh علی (🏊lover) (@Ali_tweetsZ) August 8, 2020
AAP leader Sanjay Singh is spreading Fake news that Deputy CM of UP Keshav Maurya was not invited in Pujan of Ram Mandir because he's dalit
Fact: Maurya attended Bhoomi Pujan in Ayodhya.
And, Sanjay won't tell you: First prasad from Bhoomi Pujan has been given to a Dalit family
— Anshul Saxena (@AskAnshul) August 8, 2020
Rose News Tv WASIM SYED यांनी वर पोस्ट केले गुरुवार, ६ ऑगस्ट, २०२०
फैक्ट चेक :
न्यूज़ मोबाइल ने इस ट्वीट का फैक्ट चेक किया और पाया कि ये फेक है।
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सबसे पहले, हमने केशव मौर्य के आधिकारिक ट्विटर खाते की जाँच की, जहाँ उन्होंने समारोह से खुद की तस्वीरें ट्वीट की थीं, जिससे ये पुष्टि हुई कि वो उस दिन भूमि पूजन समारोह के दौरान वहां मौजूद थे।
मर्यादा पुरुषोत्तम राम जी के आशीर्वाद से शिलान्यास के पवित्र अवसर पर उपस्थित रहने का सुअवसर मिला।राम नाम जीने वाले पूज्य श्री अशोक सिंहल के साथ करोड़ों राम भक्तों के संकल्प को पूरा होते देखा!
सियावर रामचंद्र की जय! pic.twitter.com/DeUCA8zvWO— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) August 8, 2020
इसके बाद हमने राष्ट्रपति कोविंद के ट्विटर अकाउंट की जाँच की। वह भूमिपूजन के दिन समारोह में उपस्थित नहीं थे, इसीलिए उन्होंने उस दिन ये ट्वीट किया था।
Felicitations to all for the foundation laying of Ram Temple in Ayodhya. Being built in tune with law, it defines India’s spirit of social harmony and people’s zeal. It will be a testimony to ideals of RamRajya and a symbol of modern India.
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 5, 2020
फिर हमने इस तरह के आयोजनों के प्रोटोकॉल के बारे में और शोध किया और इंडिया टुडे के एक लेख में पाया, दिनांक 4 अगस्त, 2020, जो निम्नलिखित बातें बताता है –
इसलिए, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि AAP सांसद संजय सिंह के राष्ट्रपति द्वारा राम मंदिर समारोह के लिए दलित होने के कारण आमंत्रित नहीं किए जाने संबंधी ट्वीट भ्रामक हैं।
यदि आप किसी भी स्टोरी को फैक्ट चेक करना चाहते हैं, तो इसे +91 88268 00707 पर व्हाट्सएप करें।