हाल ही में संसद के उच्च सदन में किसान सम्बंधित कुछ बिल पास किये गए है। जिसके बाद राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद अब ये बिल कानून भी बन चुके है। मगर इस बिल के विरोध में देशव्यापी प्रदर्शन अब भी जारी है। इसी के मदद्देनज़र सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें साझा की जा रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीरीं हाल ही में चल रहे किसान प्रदर्शन की है।
कैप्शन में लिखा है – “दिल्ली का राजमार्ग किसानों के नियंत्रण में है।”
यहां उपरोक्त पोस्ट की सूची दी गई है।
फैक्ट चेक :
न्यूज़ मोबाइल ने उपरोक्त पोस्ट की जांच की और पाया की ये फेक है।
तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च के माध्यम से डालने पर, हमें 2018 के विभिन्न लेखों में यहीं तस्वीर मिली।
उपरोक्त के अलावा, हमें Zee News कन्नड़ द्वारा दिनांक 29 नवंबर, 2018 को एक लेख भी मिला, जिसमें यहीं तस्वीर मिली।
लेख के अनुसार, यह तस्वीर किसान मुक्ति मार्च की है, जिसमें हजारों किसानों ने रामलीला मैदान से नई दिल्ली के संसद मार्ग तक मार्च किया था।
न्यूज़क्लिक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि संसद में चल रहे कृषि संकट पर चर्चा के लिए 21 दिन का विशेष सत्र बुलाए।
इससे पहले भी न्यूज़मोबाइल ने किसानों के विरोध का दावा करने वाली कई समान तस्वीरों और वीडियो का फैक्ट चेक किया है। न्यूज़मोबाइल के किसानों के विरोध का दावा करने कई पोस्ट का फैक्ट चेक आप यहाँ ,यहाँ, यहाँ और यहाँ देख सकते है।
इसीलिए हम दावा कर सकते है की उपरोक्त पोस्ट पुराना है और भ्रामक है।