सोशल मीडिया पर एक विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें इस दावे के साथ साझा की जा रही है कि ये तस्वीरें हाल ही में चल रहे किसान बिल के विरोध की है ।
कैप्शन में लिखा है – “किसान आंदोलन हुआ उग्र तस्वीरें आपको भयभीत कर देगी अन्नदाताओं पर जो अत्याचार हो रहा है यह बिकाऊ मीडिया आपको नहीं दिखाएगा”।
ऐसे ही कुछ पोस्ट आप यहाँ और यहाँ देख सकते है।
फैक्ट चेक :
न्यूज़ मोबाइल ने उपरोक्त पोस्ट की जांच की और पाया कि यह भ्रामक है।
चित्र को Google Reverse Image Search के माध्यम से देखने पर, हमें 17 सितंबर, 2020 को भारतीय युवा कांग्रेस के आधिकारिक फेसबुक पेज पर तस्वीरें मिलीं, जिसमें दावा किया गया कि केरल में सोने की तस्करी में शामिल होने के लिए लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर एक क्रूर हमला किया गया था।
We strongly condemn the brutal attack on Youth Congress cadres through out Kerala for protesting against LDF govt’s…
Indian Youth Congress यांनी वर पोस्ट केले गुरुवार, १७ सप्टेंबर, २०२०
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आगे और खोजने पर हमें 18 सितंबर, 2020 को IYC केरल द्वारा ट्विटर पोस्ट मिला, जिसमें दावा किया गया कि विधायक बलराम वीटी और अन्य युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर एक क्रूर लाठीचार्ज किया गया।
The Brutal lathicharge on @INCKerala MLA Balram VT and other @IYCKerala workers is highly condemnable.
Police resorting to such attacks and injure protestors is deplorable.
We demand proper investigation in to the cause of lathi charge and resignation of minister KT.Jaleel. pic.twitter.com/rLQuuRRiDQ
— IYC Kerala (@IYCKerala) September 18, 2020
हमें 17 सितंबर, 2020 को एमबीएस न्यूज़ पर विरोध प्रदर्शन की पहली तस्वीर मिली, जिसमें कहा गया कि पुलिस ने विधायक वीटी बलराम और अन्य युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया।
इसके अलावा, विरोध की दूसरी तस्वीर 17 सितंबर, 2020 को एक हिंदुस्तान टाइम्स के लेख में पाई गई, जिसमें दावा किया गया कि केरल के कई जिलों में गोल्ड स्मगलिंग केस के विरोध प्रदर्शन हुआ क्योंकि विपक्षी दलों ने राज्य के शिक्षा मंत्री केटी जेलेल के इस्तीफे की मांग की, जिस पर उनसे पूछताछ की जा रही थी।
इसके अलावा, हमने इसी तरह के दावों के साथ 17 सितंबर, 2020 को स्वतंत्र समाचार पोर्टल प्रतिध्वनी पर विरोध की अन्य तस्वीरें मिली।
इसीलिए हम दावा कर सकते है कि ये सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट किसान बिल के विरोध के नहीं है। सच्चाई यह है कि ये तस्वीरें केरल में सोने की तस्करी को लेकर एलडीएफ सरकार के विरोध की हैं। इसीलिए हम दावा कर सकते है की सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट भ्रामक है।
यदि आप किसी भी स्टोरी को फैक्ट चेक करना चाहते हैं, तो इसे +91 88268 00707 पर व्हाट्सएप करें।